अलविदा कहना है मुश्किल
आपको अलविदा कहना कितना मुश्किल है,
सबकी आंखों में नमी, वातावरण बोझिल है।
समय आ गया है पंख फैलाकर उड़ने का,
साथ की गर्म धूप छोड़कर बिछुड़ने का।
मैं इन कोमल यादों में गुजरने वाला हर दिन है,
एक कड़वी गोली है, जिसे निगलना कठिन है।
दूर होकर भी नजदीक होंगे मोबाइल पर
हमेशा रहेंगे हमारे दिल में मेहमान बनकर
विदा, लेकिन फिर मिलने का वादा तो हो
इन गलियों में कदम रखने का इरादा तो हो