मीटिंग में कठोर शब्द बोलने के लिए सहयोगी से क्षमा याचना

मैं समझता हूँ कि जब कोई व्यक्ति किसी उद्देश्य के लिए कड़ी मेहनत करता है और फिर उस प्रयास का गलत अर्थ निकाला जाता है, तो यह अत्यंत पीड़ादायक होता है।

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15 मई 20XX

 

श्री एस. के. चौधरी

सचिव

द रिचमंड स्कूल

मेरठ

 

महोदय,

 

मैं आपसे यह पत्र लिखते हुए अपने हृदय से माफी माँगना चाहता हूँ कि मैंने बैठक में जिस प्रकार से कड़े शब्दों का प्रयोग किया, वह बिल्कुल भी उचित नहीं था। मुझे व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचना चाहिए था।

 

मैं समझता हूँ कि जब कोई व्यक्ति किसी उद्देश्य के लिए कड़ी मेहनत करता है और फिर उस प्रयास का गलत अर्थ निकाला जाता है, तो यह अत्यंत पीड़ादायक होता है। मेरी गलती यह थी कि मैंने आपकी बातों को सुने बिना ही उन पर नकारात्मक धारणा निर्मित कर ली और सीधे आपसे संवाद नहीं किया।

 

आपके लम्बे अनुभव और विभिन्न पदों पर रहते हुए आपकी विद्वत्ता को मैं पूर्ण सम्मान के साथ स्वीकार करता हूँ। मुझे विश्वास है कि आपके विशाल हृदय में मेरे इन शब्दों को सहन करने और मेरी माफी को स्वीकार करने की क्षमता होगी, क्योंकि जो मुंह से निकल चुका वह अब वापस नहीं लिया जा सकता।

 

आपसे मेरी विनम्र प्रार्थना है कि आप मुझे भविष्य में भी इसी प्रकार मार्गदर्शन देते रहें। आपके द्वारा की गई स्पष्ट टिप्पणियाँ मुझे आत्मनिरीक्षण का अवसर देती हैं और भविष्य में स्वयं को सुधारने में मदद करती हैं।

 

मैं आशा करता हूँ कि मेरी इस माफी को स्वीकार कर हम शीघ्र ही एक साथ एक कप चाय का आनंद लेंगे।

 

सादर,

के. एस. सेठी

प्रधानाचार्य

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